Pregnant Hone Ke Lakshan : 5 मिनट में घर पर चेक करें।

माँ बनना प्रत्येक महिला के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती है। क्योकि मां बनना एक खूबसूरत अहसास होता है। यह अनुभूति, जो आपके शारीरिक, मानसिक, और भावनात्मक रूप से बदलती है। इसलिए, ‘Pregnant Hone Ke Lakshan’ या गर्भधारण के लक्षण की पहचान करना अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है। क्योंकि शुरूआत के प्रेग्नेंसी में लक्षण के तौर घबराहट और तनाव होने लगता है। कुछ महिलाओं के पेट या यूटेरस में भारीपन महसूस हो सकता है। इसीलिए आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं इसका कन्फर्मेशन प्रेग्नेंसी टेस्ट के माध्यम से कर सकते है।साथ ही कुछ और भी लक्षण हो सकते है जैसे आपके पीरियड का मिस होना।लेकिन हर बार आपके पीरियड मिस होने का मतलब यह नहीं कि यक़ीनन आपके Pregnant Hone Ke Lakshan हैं।

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प्रेग्नेंसी को पहचानना अत्यंत महत्वपूर्ण है। कई महिलाएं ऐसी भी हैं जिनका प्रेग्नेंसी को लेकर एक ठोस योजना होती है भविष्य के लिए। इसलिए, वे बर्थ कंट्रोल जैसे  उपकरणों का उपयोग करती हैं। लेकिन कई बार बर्थ कंट्रोल उपकरणों का प्रभाव असफल हो जाता है, जिसके कारण कुछ समय बाद महिलाओं को पता चलता है कि वे गर्भवती हैं।जिसके बाद गर्भपात कराने में उन्हें कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।

Pregnant Hone Ke Lakshan

गर्भधारण क्या है और कैसे होता है

गर्भधारण एक प्रक्रिया है जिसमें एक पुरुष के शुक्राणु और महिला के अंडे सम्भोग क्रिया के साथ मिलकर गर्भाशय में एक नई संतान की उत्पत्ति करता है। जब यह संतान गर्भ में विकसित होता है, तो इस प्रक्रिया को बाद में गर्भाधान कहलाता है और इस दौरान गर्भवती महिला अपने शरीर में बदलावों का अनुभव करती है।

स्वास्थ्य से जुड़े Pregnant Hone Ke Lakshan

  1. पेट में हल्का दर्द का होना
  2. मूड में अचानक बदलाव का आना
  3. हल्का बुखार का होना
  4. खाने के स्वाद में बदलाव
  5. जी मिचलाना या उलटी होना
  6. बार-बार पेशाब का लगना

Pregnant Hone Ke Lakshan

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महीने के अनुसार Pregnant Hone Ke Lakshan

प्रेगनेंसी के 1 हफ्ते में क्या लक्षण होते हैं

प्रेगनेंसी के 1 हफ्ते के प्रारंभिक लक्षणों में महिलाओं को जी मिचलाना, उल्टियां और कई बार पेशाब जाने की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, गर्भधारण के दौरान महिलाओं को थकान का अहसास भी हो सकता है।

1 महीने या 4 हफ्ते में Pregnant Hone Ke Lakshan

गर्भावस्था के पहले महीने में महिलाओं को कई शारीरिक और भावनात्मक बदलाव महसूस हो सकते हैं।जिसमें जी मिचलाना और उल्टियां एक सामान्य लक्षण हो सकते हैं। साथ ही पेट में हल्के दर्द की संभावना हो सकती है।थकान और अधिक नींद की आवश्यकता हो सकती है। ये लक्षण सामान्यत: गर्भावस्था के प्रारंभिक चरणों में हो सकते हैं।
पहले माह में प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के स्तनों में थोड़े से बदलाव होने लगते है जिसके कारण स्तनों के आकार में वृद्धि देखा जा सकता है
प्रेगनेंसी के दौरान आपको पहले की तुलना में अधिक थकान महसूस हो सकती है।
इस दौरान आप अस्वस्थता और उलटी खासकर यह सुबह के समय होती है , हालांकि यह दिन के किसी भी समय हो सकती है। इस दौरान कुछ चटपटी या खट्टी चीजे खाने की इच्छा हो सकती है।

3 महीने या 12 हफ्ते में Pregnant Hone Ke Lakshan

3 महीने या 12 हफ्तों में आपका वजन के साथ गर्भ में बच्चे का वजन भी धीरे-धीरे बढ़ना शुरू हो जाता है।
आपका पेट पहले के तुलना में बढ़ने लगता, क्योंकि आपके बच्चे का विकास हो रहा होता है।
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के चेहरे पर एक विशेष प्रकार की चमक होती है।

5वें महीने में Pregnant Hone Ke Lakshan

5वें महीने में गर्भावस्था के दौरान आपके बच्चे की हलचल स्पष्ट होने लग जाती है।
गर्भावस्था के दौरान इस माह में आपको अधिक थकान हो सकती है और आराम की जरूरत पड़ सकती है।

6 वें माह या 12 हफ्ते में Pregnant Hone Ke Lakshan

प्रेगनेंसी के 6 वें या 12 हफ्ते में शरीर के अन्य हिस्सों में सूजन जैसे आपके पैर, हाथ, और चेहरे पर सूजन आ सकते हैं।
आपके गर्भाशय का विस्तार होने से आपके शरीर में काफी परिवर्तन होने लगता है जिसके कारण आपको दर्द हो सकता है।
इस दौरान आपके बढ़ते गर्भाशय को अपनी जगह बनाने के लिए शरीर के अन्य अंगों को अपने जगह से थोड़ा सा बदलाव देखा जा सकता है, जिसके कारण आपको सांस लेने में थोड़ी कठिनाई हो सकती है।

9वें या 12 हफ्ते में Pregnant Hone Ke Lakshan

8वें-9वें माह में आपको थोड़ी सी अस्वस्थता महसूस हो सकती है, क्योंकि अब आपका शरीर जन्म के लिए तैयार हो रहा होता है।
इस माह में गर्भावस्था के दौरान आपके कमर दर्द में हो सकता है। साथ ही आपका बच्चा डिलीवरी के लिए परिपक्व हो जाता है।

जल्दी प्रेग्नेंट होने के लिए क्या करें

पीरियड्स के बाद आपकी प्रेग्नेंसी आपके अगले आने वाले मासिक धर्म चक्र के पहले ओव्यूलेशन में हो सकती है। यदि मासिक चक्र 28 दिन का है तो पीरियड्स खत्म होने के 10 वें दिन से लेकर 17 वें दिन के बीच में सम्भोग क्रिया जरूर करे  क्योकि इस समय प्रेग्नेंसी के लिए सही समय माना जाता है

प्रेगनेंसी के दौरान सावधानियां

प्रेग्‍नेंसी की पहली तिमाही तक भ्रूण अस्थिर होता है और गर्भपात का खतरा ज्‍यादा होने की संभावना हटी है। इसलिए प्रेग्‍नेंसी के समय ज्‍यादा देर तक एक ही स्थिति में बैठने या लगातार खड़े रहने से बचें। साथ ही अचानक शरीर में झटकें प्रेगनेंसी में हानिकारक साबित हो सकती है।प्रेग्‍नेंसी के समय ज्‍यादा गर्म पानी पीने या नहाने से बचें।

प्रेगनेंसी में कहाँ कहाँ दर्द होता है

गर्भावस्था के दौरान अक्सर महिलाओं को पेल्विक फ्लोर क्षेत्र में दर्द महसूस होता है, जो गर्भाशय, मूत्राशय, योनि, पीठ और पेट के आसपास महसूस हो सकता है। गैस या कब्जगर्भावस्था के प्रारंभिक दिनों में, महिलाओं को अक्सर गैस या कब्ज की समस्या हो सकती है। गर्भावस्था के दौरान, हार्मोन स्तरों में उतारचढ़ाव होता है, जिससे गैस या कब्ज का अनुभव हो सकता है।

प्रेगनेंसी में पति से कब दूर रहना चाहिए

प्रेगनेंसी के अंतिम तिमाही में लोगों को सम्बन्ध बनाने से बचना चाहिए।क्योकि इस समय योनि से ब्लीडिंग होने पर आपके बच्चे को नुकसान पंहुचा सकता है।

डिलीवरी के कितने दिन के बाद संबंध बना सकते हैं

डिलीवरी के बाद कुछ समय तक यौन क्रियाओं को करने से बचना आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होता है। क्योकि डिलीवरी के बाद आपके शरीर के साथ गुप्तांग काफी कमजोर हो जाते हैं। जिसको दोबारा अपने रूप में आने के लिए आपको कम से कम 6 सप्ताह तक किसी भी प्रकार की यौन क्रियाओं को करने से बचें।

प्रेगनेंसी में सबसे ज्यादा क्या खाना चाहिए(Pregnancy Me Kya Khana Chahiye)

  1. प्रेगनेंसी में ज्यादा मात्रा में पानी का सेवन करें
  2. साबुत अनाज या प्रोटीन को अपने डाइट में शामिल करें
  3. फाइबर युक्त खाद्य-पदार्थों का सेवन जरूर करें
  4. डेयरी उत्पाद जैसे पनीर,चॉकलेट,दूध आदि का सेवन करें
  5. हरे और पत्तेदार सब्जियों का भरपूर मात्रा में सेवन करें
  6. प्रेगनेंसी में अपने डाइट में सूखे मेवें को भी शामिल करें
  7. प्रेगनेंसी के दौरान फल और जूस का सेवन करें

प्रेगनेंसी में महिला को कौन सा फल नहीं खाना चाहिए

गर्भवती महिला को आम, चेरी, कीवी, नाशपाती, सेब, चीकू, स्ट्रॉबेरी, तरबूज, शरीफा, खरबूजा, अनार, केला जैसे फल खा सकते हैं। लेकिन कुछ फल ऐसे भी है जिसे प्रेग्नेंसी के दौरान नहीं खाना चाहिए। जैसे कि अनानास और पपीता गर्भवती महिला को नहीं खाना चाहिए।

निष्कर्ष

माँ बनना हर औरत का एक सपना होता है जिसके लिए वह तरह तरह के सपने संजोयें रखती है।इसिलए हमारे तरफ से आपको Pregnant Hone Ke Lakshan से जुडी़ विस्तृत जानकारी दी गई है। लेकिन प्रेगनेंसी से जुडी कोई भी समस्या हो तो इसके लिए खुद से इलाज न करके किसी डॉक्टर से सलाह जरूर ले।

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